Thursday, June 04, 2020

हसीन भरम..

दूर वो धरती गगन मिलते जहाँ हैं,
 बस वहीं मैं आशियाना चाहती हूँ 
धरती गगन  मुस्कुरा रहे  मुझ पर 
कह कर बहुत हसीन भरम...............

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