इस तरह तय हुआ जीवन सफर.....कौन सा वह शाप मय शब्दबन गया मेरा विकट पथ मेरे कदम भी लथपथआज संयम टूट गयाफिर भी विश्वास दीप रात भर नीरव जलाडाॅ प्रियदर्शिनी अग्निहोत्री
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