Thursday, June 04, 2020

ओस की नमी

मेरी आंखों में नाजुक ख्वाबो की
मासूम सी खवाहिशे आज भी है
मेरे ख्वाबो मे जमाने की तल्ख
सच्चाइयां   आज   भी   है
मेरी आंखों में ओस की नमी
आज भी है आज भी है ।।

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