ख्याल हूँ मैं तो ग़मे ज़िंदगी का
तुम चाहो न चाहो मैं तो चला आँऊगा
ख्याल हूँ मैं व़क्त बेवक्त ही चला आऊँगा
तुम्हारे लब़ो की खामोश मुस्कुराहट बन जाऊँगा
आँखों में अश्क बन ठहर जाऊँगा
ख्याल ही तो हूँ तुम्हें सताँऊगा
तुम निभाओ न निभाओ
मैं तो ताउम्र वफ़ा निभाऊँगा
तुम चाहो न चाहो मैं तो
बेव़जह ही चला आऊँगा
ख्याल ही तो हूँ
गम़े जिदंगी का।।
Dr priyadarshini agnihotri
Tuesday, June 02, 2020
khayal hoo game jindgi
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