Tuesday, June 02, 2020

योग्यता और चयन

इसे मैं अपना अनुभव ही कहूँगी जो कि मुझे लगता है कि सभी के साथ बाँटना चाहिए। हो सकता है कि आप मुझसे सहमत न हों पर फिर भी..... मेरा मानना है कि हर जगह योग्यता चयनित नहीं होती है विशेषकर तब जब आपका चुनाव करने वाला आपकी योग्यता से असुरक्षित महसूस करता है। मानती हूँ हर व्यक्ति में असुरक्षा की भावना होती है। पर अगर आप सफलता पाना चाहते हैं तो यह मान लें कि अपने से ऊपर के अधिकारी से sherstha दिखाना आपकी सफलता में बाधक हो सकता है। आप यह कभी भी मत समझिए कि आप अपनी योग्यता का प्रदर्शन कर sherstha या ऊचाँ पद प्राप्त करेंगे। किसी भी तरह की sherstha वर्तमान परिदृश्य में लोगों को पंसद नहीं आती। मेरा तो यही मानना है कि अगर आप सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो ईमानदारी से ईमानदारी को एक तरफ रख दें और अपनी sherstha को छुपाने की कला सीखे। इसमें बहुत ही धैर्य और विनम्रता की आवश्यकता होती है और जब एक बार आप इसमें कुशलता पा लेते हैं तो आप दुनिया से अपनी शर्तों पर मुल्यांकन करवाते हैं और यही वह स्थिति है जो आज के परिदृश्य में सर्वोतम है। मतलब आपको वो बादल नही बनना है जो सूर्य रूपी बास की चमक को रोके, बल्कि उन तारों से सीखना है कि भले ही वे सूर्य जितने चमकदार हो पर उनहें सूर्य के आभामंडल में ही रहना है और अपनी चमक को सूर्य से अधिक नहीं करना है।
तो सफलता योग्यता को दिखाने से नहीं बल्कि छुपाने से मिलती है।
Dr priyadarshini agnihotri

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