कभी कभी मैं सोचा करती कुछ पल ऐसे जीवन के शायद बीते अम्बर की नीरवता से ..........कुछ पल बीते ऐसे भी लगते सागर की गहराई से कभी कभी मैं सोचा करती ...... जीवन के उगते सूरज की लाली लिखूया गोधूलि के थके सूरज की कहानी लिखू .................
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